Inspiring Hindi Blog – अविस्मरणीय : पचमढ़ी कैम्प
This is the Inspiring Hindi blog of a guide camp in Panchmarhi, my first step towards getting out and understanding myself.
There is so much more in the world, to see, understand, and learn.
जीवन में बदलाव , परिवर्तन जब होने वाला होता है,या यूं कहें की भविष्य के निर्माण की नीव जब डल रही होती है तो आप के चारों ओर एक आभा मंडल उभरने लगता है जिसका आभास उस समय तो समझ ही नहीं आता है, फिर जिंदगी अपने चाल पर गतिमान चलती रहती है ।फिर कभी वही नीव का पत्थर आप की इमारत के रूप में आकृति को उभारता है जिसे कभी हम अपने व्यवसाय ,व्यापार, उद्योग ,नौकरी या आने वाले समय में हमारे भविष्य की कड़ी के रूप में आगे बढ़ाते रहते हैं,
मुझे अच्छे से याद है वह पहली यात्रा जो परिजनों के बिना हुई थी और हमें पचमढ़ी कैंप में जाने हेतु चुना गया था ,
पहली यात्रा ,पहला अनुभव जो हुआ वह तो अविस्मरणीय तो था ही सबसे विशेष था मेरा गाइड में आना ।

हमारी गाइड शिक्षिका थी माननीय मृदुला दयाल उनके बुलाए जाने पर मेरा गाइड कक्ष में जाना उनका मेरे ऊपर विश्वास जताना और फिर पूरी निष्ठा से गाइड के विचार बिंदुओं से परिचय कराना सब याद है ,और हमेशा रहेगा. हमें पचमढ़ी कैंप जाने के लिए तैयारी करने की आवश्यक सूची दी गई और साफ स्पष्ट शब्दों में अनुशासन में रहकर कैंप की नियम व शर्तें पूरी करने का वादा लिया गया काफी सारी गाइड उस कैंप में गई थी ।
घना जंगल, अंधेरी काली,स्याह रातें उस पर टेंट में रहना बिल्कुल नया अद्भुत रोमांच ,कभी नहीं देखा, ऐसा एहसास।
कैंप की गतिविधियां आरंभ हुई दिन भर नई-नई परीक्षाओं से सामना होता प्रार्थना, भजन ,खाना ,आनंद की पराकाष्ठा ! सबसे मजेदार और जीवन का पाठ याद आता है पहाड़ों के मध्य की ट्रेकिंग और माचिस की तिलिया ! उन दो तीलियों से आग का प्रज्वलन, यदि वह बेकार हो गई तो समझो खाना नहीं मिलेगा ,खाना नहीं बनेगा ,आग नहीं जलेगी,
एक नया पाठ , अनुशासन ,आवश्यकता से अधिक का लालच का अंत जो आज अच्छे से ग्रहण कर पाते हैं ,कैसे कम में अधिक काम कर सकते हैं ,अपनी आकांक्षाओं और महत्वाकांक्षाओं को अति से अलग रख सकते हैं, यह सब सीख वहीं से मिली जो आज भी आदत में शुमार है ।इसमें हमारे साथ गई लड़कियों में मेरे अलावा तीन और गाइड की राष्ट्रपति गाइड परीक्षा के अगले चरण के लिए चयनित हुई ।
ऐतिहासिक क्षण था जिला सिवनी के लिए, क्योंकि हमारा पहला दल था जो राष्ट्रपति गाइड बनने जा रहा था ।चयन के पश्चात अलग-अलग परीक्षाओं का दौर प्रारंभ हुआ जिसमें ज्यादा स्मरण होता है, वह है अस्पताल के 7 दिन ! वहां हमने सीखा कि रोगियों की सेवा कैसे होती है विशेष इसलिए था क्योंकि बीमार व्यक्ति को तकलीफ दिए बगैर से,उसके समस्त कार्य सम्पन्न करना एकदम अलग काम था जो आमतौर पर नहीं किया जाता था बच्चों द्वारा,
आरंभ में मैंने कहा किभविष्य के सपनों का आरंभ बचपन की स्थितियों में छिपा रहता है परत दर परत वह आकार लेता है पचमढ़ी कैंप जंगल में हम उत्तर दक्षिण पूरब पश्चिम दिशा को किस तरह से चिन्हित करेंगे यह बताया गया, उस समय यह सीख कर आगे बढ़े लेकिन आज मैं चांद सितारों ग्रहों की दुनिया में, उसके कार्य क्षेत्र में काम कर रही हूं हजारों की संख्या में स्कूली विद्यार्थियों शिक्षकों विद्यालयों महाविद्यालयों को आकाश दर्शन की आधारभूत एवं खगोल विज्ञान की विस्तृत जानकारियों को प्रदान करने का काम कर रही हूं जिस दिशा में काम करते हुए 2 दशकों का अनुभव मुझे प्राप्त है। सहयोग , प्रयास,संयोग, भाग्य और चुनौतियों की जिजीविषा सब मिलकर एक व्यक्ति को संपूर्ण इंसान और राष्ट्रपति गाइड बनाता है।
About Author:
Anjana Gupta
राष्ट्रपति गाइड 1980 – (Rashtrapati Award 1980, India)
मध्य प्रदेश विधनसभा के गांधी दर्शन पुरस्कार से प्राप्त, (Gandhi Darshan Award, India)
फिल्म मेकर ( Film Maker )
Inspiring Hindi Blog and Poem writer
अभी और भी हैं…. खज़ाने में छिपे हुए मोती..