तेरा तुझको अर्पण
“तेरा तुझको अर्पण क्या लागे है मेरा” कई बार अच्छी-बुरी परिस्थिति में यह पंक्ति काम आती है। गंगा मैया को धन्यवाद स्वरूप – ओ गंगा मैया तुझे पिवरी चढ़ाऊं मैं, अपने इष्ट को. कामकाज में...
“तेरा तुझको अर्पण क्या लागे है मेरा” कई बार अच्छी-बुरी परिस्थिति में यह पंक्ति काम आती है। गंगा मैया को धन्यवाद स्वरूप – ओ गंगा मैया तुझे पिवरी चढ़ाऊं मैं, अपने इष्ट को. कामकाज में...
This is the Inspiring Hindi blog of a guide camp in Panchmarhi, my first step towards getting out and understanding myself. There is so much more in the world, to see, understand, and learn....
A short hindi poem about the only carnival happening despite the lockdown. नील गगन के नीचे धरती पर बहती नदियां सागर शुद्ध हवा के झोंकों से तृप्त कर जाएं
वो कौन हो सकता है! कौन कर सकता है ! वो सिर्फ मां कर सकती है | सिर्फ मां कर सकती है। beautilful Hindi poem for mothers – maa on mother’s day